2014 से 2022 तक उत्तर प्रदेश बीजेपी के संकटमोचन श्री Sunil Bansal जी..!
उत्तर प्रदेश के कुशल नेतृत्व संगठनात्मक कार्यशैली के अद्भुत व्यक्तित्व, सरल, कर्मठ,विन्रम,मृदुभाषी संगठन महामंत्री रहे बंसल जी को भारतीय जनता पार्टी ने अब राष्ट्रीय महामंत्री बनाया है। इसके साथ ही उन्हें तीन अहम राज्य पश्चिम बंगाल, तेलंगाना और उड़ीसा का प्रभारी भी नियुक्त किया है। लोकसभा चुनाव से पहले ये बदलाव बीजेपी के लिए अहम माना जा रहा हैं साथ ही यह सुनील बंसल के लिए बड़ी जिम्मेदारी है और उनका कद भी बीजेपी में बढ़ा है।
बंसल जी के बारे में कहा जाता है कि पार्टी में और संगठन में बहुत ही मजबूती से कार्य करते हैं। एक वाक्या है कि जब 2022 के उत्तर प्रदेश के चुनाव से ठीक पहले जो बीजेपी के मंत्री रहें स्वामी प्रसाद मौर्य और दारा सिंह चौहान जब बीजेपी छोड़कर समाजवादी पार्टी में चले गए तो बस ये यही दो लोग गए न कि कोई जिला इकाई का एक भी सदस्य। मंडल से लेकर जिला तक एक भी कार्यकर्ता नहीं गया, इस बात से आप साफ अंदाज़ लगा सकते हैं बंसल जी का संगठनात्मक कार्य कुशलता कितना अद्भुत और निपुण है। जब ये 2014 में उत्तर प्रदेश के बीजेपी के संगठन महामंत्री बने थे तो उससे पहले पार्टी में टूट थी, गुटबाजी थी , टिकट के लिए मारामारी थी, अपने ही पार्टी के नेताओं के पुतले उनके ही कार्यकर्ताओं द्वारा हमेशा फूंके जाते थे लेकिन इनके आने के बाद यह सब बिल्कुल बंद हो गया। इन्होंने सभी कार्यकर्ताओं को एकजुट किया सभी का आदर किया, सभी को कामों में झोंक दिया, सभी के साथ सौम्यता दिखाई, सभी को उसका हक दिलवाया और उत्तर प्रदेश के असंख्य कार्यकर्ताओं को जो इज्ज़त सम्मान दिलवाने में अपनी जी जान लगाया है उसे प्रदेश के कार्यकर्ता उन्हें पूरी ज़िंदगी याद रखेंगे। संगठन महामंत्री रहते हुए उत्तर प्रदेश में भाजपा की 2 बार सरकार बनवाने में बंसल जी की बहुत ही अहम भूमिका मानी जाती है।
बंसल जी को जिन तीन राज्यों को प्रभारी बनाया गया है वे राज्य बीजेपी के लिए 2024 के लोकसभा चुनाव के लिहाज से काफी अहम साबित होने वाला हैं। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद से बीजेपी ने कई झटके झेले हैं। वहां पार्टी के भीतर सबकुछ ठीक करने की कई कोशिश हुई लेकिन सफलता नहीं मिली। हालांकि पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने पश्चिम बंगाल में 42 में से 18 सीटें जीती थी।
अब बीजेपी के सामने पिछले बार के प्रदर्शन को बरकरार रखना या उससे बेहतर परफॉर्म करने की चुनौती है। उड़ीसा में बीजेपी को पिछले लोकसभा चुनाव में 21 में से 8 सीटें मिली थी बीजेपी यहां विकल्प बनने की कोशिश में हैं साथ ही सीटों की संख्या बढ़ाने की कोशिश में भी। तेलंगाना बीजेपी के मिशन साउथ के लिए काफी अहम है। बीजेपी दक्षिण भारत में अपनी पकड़ बनाने की कोशिश कर रही है और बीजेपी को तेलंगाना से काफी उम्मीदें हैं और यहां पार्टी सबसे ज्यादा फोकस कर रही है। अगले साल तेलंगाना में विधानसभा चुनाव हैं। यहां लोकसभा की 17 सीटे हैं जिनमें से बीजेपी ने 2019 में चार सीटें ही जीती थी। अब आने वाले समय में यह देखना है कि बंसल जी कैसे इन सभी जगहों पर उत्तर प्रदेश जैसा अपना लोहा मनवाते है।
#sunilbansal #BJP #2024Election #BJPGeneralSecretary #UttarPradesh #BJP4IND